Thursday, October 9, 2014

चलो आज में जितने है

हम कल में जीते है,
पर आज कितना आछा है,
हम कल की सोचते  है ,
पर आज कितना सच्चा है.……… 

हम  हमेशा अगर आज के लिए जिए तो हमारा कल कितना आछा हो।



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